शनिवार, 20 मार्च 2010

भिलाई इस्पात संयंत्र को लगातार तीसरे वर्ष 'गोल्डन पीकॉक' अवार्ड

छत्तीसगढ़ की शान भिलाई इस्पात संयंत्र के लिए गौरव का विषय है कि लगातार तीसरे वर्ष उसे 'गोल्डन पीकॉक अवार्ड फॉर कारपोरेट सोशल रेस्पॉसिबिलिटी' का विजेता घोषित किया गया है। यह लोगों की जिंदगी को सार्थक बनाते हुए भिलाई इस्पात संयंत्र के अनवरत प्रयासों की पहचान है। इस वर्ष 200 से अधिक सार्वजनिक क्षेत्र और निजी क्षेत्र की कंपनियों ने इस पुरस्कार के लिए आवेदन किया था। लेकिन यह प्रतिष्ठित पुरस्कार बीएसपी के हिस्से में आया।

इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व के लिए स्थापित पीकॉक अवार्ड किसी भी कंपनी की निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व गतिविधियों के लिए दिया जाता है। इस बार इस खिताब की दौड़ में शामिल 200 में से 20 कंपनियां फाइनल में पहुंची थी। इन 20 कंपनियों से निर्णयकों के पैनल में कार्पोरेट सेक्टर के जाने-माने नाम और जस्टिस पीएन भगवती शामिल थे।

पुरस्कार वितरण समारोह पुर्तगाल में, अप्रैल में होने वाले इंडो-पुर्तगीज व्यापार सम्मेलन के दौरान होगा।

2 टिप्‍पणियां:

डॉ महेश सिन्हा ने कहा…

वाकई प्रसंशनीय बात है . दरअसल भिलाई ने ही पूरे सेल की नैया डूबने से बचाई है .

ब्लॉ.ललित शर्मा ने कहा…

भिलाई भारत सरकार का कमाऊ पूत है।
सभी बीएसपी के कर्मचारियों एवं अधिकारियों को बधाई।

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